गहना कर्मणोगति:

गहना कर्मणोगति:

(अर्थात कर्म रूपी बीज का फल एक दिन अवश्य प्राप्त होता है अतः हमें ऐसे बीज बोने चाहिए जैसे हमें फल चाहिए|)

आज एक्सीलिया स्कूल के तत्वावधान में जीवन के नैतिक मूल्यों पर एक कार्यशाला आयोजित की गई | कार्यशाला में बच्चों सहित विद्यालय के चेयर पर्सन श्री डी० एस० पाठक, श्री पुनीत पाठक, डायरेक्टर श्री आशीष पाठक, डायरेक्टर EMCC श्रीमती शालिनी पाठक, मैनेजर श्री शेखर वार्ष्णेय,खेल-कूद प्रमुख श्री प्रवीण पांडे एवं विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रियंका दुबे उपस्थित थीं |

गायत्री परिवार के आचार्य श्री उमा नन्द शर्मा जी ने बच्चों को शिक्षा के महत्व के विषय में बताया| बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और उत्तम चरित्र निर्माण का भी ज्ञान होना चाहिए| आचार्य जी ने बच्चों में संस्कारों के महत्व पर भी बल दिया| उन्होंने बताया कि हमारे जीवन में माता-पिता और गुरुजनों के लिए सम्मान की उच्च भावना होनी चाहिए| अपनी परंपराओं को बच्चे भूलें नहीं इस पर विद्यालय स्तर पर कार्यशालाएँ आयोजित की जानी चाहिए| बच्चों ने आचार्य जी द्वारा कही गई ज्ञानवर्धक बातों को बहुत ही ध्यान से सुना और उनका अनुकरण करने का प्रण भी लिया | कार्यशाला के अंत में आचार्य जी ने सभी बच्चों को नैतिक मूल्यों से संबंधित पुस्तकें भी भेंट की |